धर्म संवाद/ डेस्क : ज्योतिष शास्त्र कहता है कि आपका जीवन आपके कुंडली में विराजमान 9 ग्रहों की चाल से तय होता है। नवग्रह में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु शामिल हैं। इन नवग्रह के दोषों के कारण, लोगों को अपने जीवन में विभिन्न बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इससे छुटकारा पाने के लिए नवग्रह शांति मंत्र का जाप करना चाहिए।
यह भी पढ़े : नवग्रह स्त्रोत का पाठ
- सूर्य मंत्र: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।
- चंद्र मंत्र: ओम श्रां श्रीं श्रौं सः सोमाय नमः ।
- मंगल मंत्र: ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: ।
- बुधा मंत्र: ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ।
- गुरु मंत्र: ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
- शुक्र मंत्र: ओम द्रां द्रीं द्रौम सः शुक्राय नमः ।
- शनि मंत्र: ओम प्रां प्रीं प्रोम सह शनै नमः ।
- राहु मंत्र : ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।
- केतु मंत्र : ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः।