धर्म संवाद / डेस्क : जब मन में चिंता, तनाव या परेशानियाँ बढ़ने लगती हैं, तो इसका असर हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत पर भी पड़ सकता है। कई बार हम यह नहीं समझ पाते कि हमारे आस-पास का वातावरण ही हमारे मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है। ऐसे में वास्तु शास्त्र की कुछ सरल टिप्स अपनाकर हम अपने जीवन को सुखमय और शांतिपूर्ण बना सकते हैं। अगर आप भी अक्सर परेशान रहते हैं, तो ये वास्तु टिप्स आपको राहत दे सकती हैं।
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दिशा- वास्तु के अनुसार, घर के प्रत्येक कमरे की दिशा का भी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है। सोते समय सिर दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि इससे शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। घर में प्रवेश द्वार उत्तर या ईशान दिशा में होना शुभ माना जाता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और नकारात्मक ऊर्जा बाहर जाती है। घर की उत्तर-पूर्व दिशा को साफ़-सुथरा रखें और इस दिशा में अच्छी रोशनी आने दें। घर के मध्य भाग को खाली रखें या कम सामान रखें। अगर आपका ऑफिस है, तो दक्षिण-पश्चिम दिशा में मुंह करके न बैठे। अगर आप इस दिशा में अपना मुंह करके बैठते हैं तो इससे आपका मन काम में नहीं लगता है।
नकारात्मक ऊर्जा – रात को झूठे बर्तन न छोड़ें. सुबह उठकर उन्हें न देखें और न धोएं। घर में टूटी-फूटी चीज़ें न रखें. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। पूर्व की दीवार पर खंडहर या टूटा हुआ किला जैसी तस्वीर न लगाएं. इसकी जगह फूलों की पेंटिंग या उगते सूरज की तस्वीर लगाएं।
वास्तु अनुसार रंगों का चयन – रंगों का प्रभाव भी मानसिक स्थिति पर पड़ता है। कुछ रंग मानसिक शांति और सकारात्मकता लाते हैं ।
- नीला और हल्का हरा: ये रंग मन को शांति और सुकून देते हैं, खासकर बेडरूम में इन रंगों का उपयोग करें।
- पीला और नारंगी: ये रंग ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाते हैं, खासकर लिविंग रूम या डाइनिंग एरिया में इनका प्रयोग करें।
अलमारी – अलमारी को हमेशा बंद रखें, क्योंकि खुले अलमारी से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
बिस्तर का स्थान: बिस्तर का स्थान सही दिशा में होना चाहिए। यदि बिस्तर की दिशा गलत है, तो यह मानसिक तनाव और चिंता का कारण बन सकता है।
नल – अगर कहीं कोई नल टपक रहा हो तो उसे तुरंत ठीक कराएं। पानी का तत्व घर में शांति और समृद्धि लाता है। पानी के बर्तन जैसे कि फाउंटेन या छोटी झील का रखें, लेकिन यह सही दिशा में होना चाहिए। पानी को घर के उत्तर या ईशान दिशा में रखें, ताकि घर में समृद्धि और शांति बनी रहे।
संगीत – वास्तु के अनुसार घर में हल्के और मधुर संगीत का प्रभाव सकारात्मक होता है। रात्रि के समय घर में शांति बनाए रखने के लिए शांति से गाने या मंत्रों का उच्चारण करें।