धर्म संवाद / डेस्क : वास्तु शास्त्र हिन्दू धर्म का वो शास्त्र है जो की हमारे जीवन को सरल बनाने और व्यवस्थित करने में सहायक है। घर या कार्यालय में रखने वाले सामानों के विषय में भी वास्तु शास्त्र में बताया गया है। उन्मे हमारे घर की चाबियाँ भी शामिल है। हम सभी दरवाजे, अलमारी, गाड़ी या तिजोरी आदि पर ताले लगाते हैं और इन तालों की चाबियों को घर में कही भी रख देते हैं। परंतु वास्तु शास्त्र में चाबियों को रखने के भी कुछ नियम बताए गए हैं। क्योंकि माना जाता है कि गलत दिशा या जगह पर चाबियां रखने से आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। चलिए जानते हैं चाबियाँ कहाँ-कहाँ नहीं रखनी चाहिए।
यह भी पढ़े : वास्तु के अनुसार, घर में कहाँ बनाना चाहिए किचन
- पूजा घर – वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद पूजा घर में चाबियों को रखने से बचना चाहिए। पूजा घर ईशान कोण में होता है और इसे काफी पवित्र माना जाता है। क्योंकि पूजा घर पवित्र जगह है इस वजह से पूजा स्थल के आसपास गंदी चाबियों को रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होने लगा है। जिससे देवी-देवता नाराज हो सकते हैं और घर की सुख-समृद्धि पर भी गलत असर पड़ता है।
- रसोईघर – घर की किचन या रसोई में भी चाबियां रखना शुभ नहीं माना गया है। वास्तु के अनुसार रसोई भी घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, जहां मां अन्नपूर्णा का वास होता है। इसलिए रसोई में भी चाबियां रखने से बचना चाहिए।
- ड्राइंग रूम- वास्तु के अनुसार, चाबियों को ड्राइंग रूम में बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए। क्योंकि बाहर से घर आने वाले लोगों की नजरों में पड़ेगा।
आपको बता दे वास्तु शास्त्र के अनुसार, चाबियां रखने के लिए पश्चिम दिशा सबसे सही मानी जाती है। वहीं चाबी के लकड़ी के स्टैंड को कमरे के उत्तर या पूर्व कोने में रखना चाहिए। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी। जो चाबियां उपयोग में नहीं हैं उन्हें तुरंत हटा दें। वरना आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। धातु की चाबियों की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए लकड़ी के गुच्छे में डालना चाहिए। इससे लाभ मिलता है ।