सोशल संवाद / डेस्क : अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ रामलला के हर रोज विधि-विधान से पूजन की भी तैयारी हो रही है। अब प्रभु राम की सेवा आराधना करने के लिए एक नूतन पोथी तैयार की गई है। इस पोथी के अनुसार भव्य महल में विराजमान होने वाले रामलला की पूजा आराधना की जाएगी।
राम मंदिर में पूजन पद्धति को लेकर एक खास पुस्तक का निर्माण किया गया है जिसका नाम श्रीरामोपासना रखा गया है। इस खास पुस्तक में भगवान राम के दैनिक पूजन का ब्यौरा दिया गया है। इसमें भगवान की पूजा-अर्चना और सेवा करने की जानकारी है।
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श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक राम मंदिर रामानंदी परंपरा का है और यहां पूजा भी इसी पद्धति से होगी। जब राम लला विराजमान होंगे तब भी रामानंदी परंपरा के अनुसार पूजा पाठ की जाएगी। जिसके लिए अलग से पुजारी को नियुक्त किया गया है और उनको ये पूजा पद्धति सिखाई जा रही है।
आपको बता दे भगवान रामलला 5 वर्ष बालक के स्वरूप में विराजमान हैं। इसलिए रामलला और उनके चारों भाइयों की पूजा बालक रूप मानकर की जाएगी । पहले प्रभु राम की सेवा में जो स्तुति की जाती थी वह स्तुति माता सीता के साथ थी, लेकिन अब प्रभु राम के विराजमान होने के बाद प्रभु राम समेत चारों भाई की ही स्तुति की जाएगी।