धर्म संवाद / डेस्क : भारत की भक्ति परंपरा में भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट श्रद्धा और प्रेम का विशिष्ट स्थान है। इन्हीं भावनाओं को अभिव्यक्त करता एक अत्यंत लोकप्रिय भजन है “पकड़ लो हाथ बनवारी”। यह भजन भक्त और भगवान के मधुर संबंध को दर्शाता है, जहाँ भक्त अपने ईष्ट श्रीकृष्ण से जीवन नौका को पार लगाने का निवेदन करता है।
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श्रीकृष्ण को बनवारी, श्याम, गिरिधारी जैसे प्रेमपूर्वक संबोधन करते हुए भक्त कहता है कि अब जीवन पूरी तरह कृष्ण के हाथों में है वे ही हर संकट से पार लगाएंगे।
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे,
हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,
तुम्हारी लाज जाएगी,
पकड़ लों हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे ॥
धरी है पाप की गठरी,
हमारे सर पे ये भारी,
वजन पापो का है भारी,
इसे कैसे उठाऐंगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे ॥
तुम्हारे ही भरोसे पर,
जमाना छोड़ बैठे है,
जमाने की तरफ देखो,
इसे कैसे निभाएंगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे ॥
दर्दे दिल की कहे किससे,
सहारा ना कोई देगा,
सुनोगे आप ही मोहन,
और किसको सुनाऐंगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे ॥
फसी है भवँर में नैया,
प्रभु अब डूब जाएगी,
खिवैया आप बन जाओ,
तो बेड़ा पार हो जाये,
पकड़ लों हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे ॥
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे,
हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,
तुम्हारी लाज जाएगी,
पकड़ लों हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जाएंगे ॥






