धर्म संवाद / डेस्क : वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की चीजों को घर में रखने का घर के सदस्यों पर असर होता है। घर और उसमें रखी जाने वाली वस्तुएं अगर वास्तु के हिसाब से रखे गए है तो घर और घर के सदस्यों पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं अगर घर में वास्तु दोष है तो वहां बहुत सारी परेशानियां पैदा होने लगती है जिसका नकारात्मक प्रभाव घर के सदस्यों पर पड़ता है।वास्तु शास्त्र में दिशाओं का भी महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दक्षिण दिशा से जुड़ी एक गलती किसी से भी नहीं करना चाहिए।
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दक्षिण दिशा को अशुभ माना जाता है। यह यमदेव और मंगल की दिशा है। दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से धन हानी, स्मृति भ्रम, मृत्यु और रोग का भय रहता है। दक्षिण दिशा में कभी भी दीपक न तो जलाएं और न ही रखें। कहते हैं कि इस दिशा में दीपक जलाने से माता लक्ष्मी रूठ जाती है। लेकिन यदि आप दक्षिण दिशा में दीपक जलाते हैं तो यह दीपक यमराज को लगता है। दीपक नहीं भी जलाएं लेकिन यदि उसकी लो यानी ज्योति दक्षिण दिशा में रखी है तो धन की हानि होगी।
परंतु यदि धनतेरस के दिन दक्षिण दिशा में दीपक रखा जाए तो अकाल मृत्यु का भए टलता है। इसके साथ ही सुख-शांति और आरोग्य के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। दक्षिण दिशा में यम दीपक जलाने से यमराज की कृपा बनी रहती है और नर्क की यातनाएं नहीं सहनी पड़ती।