धर्म संवाद / डेस्क : सनातन धर्म में पेड़-पौधों को पवित्र और पूजनीय माना जाता है। तुलसी, पीपला और बरगद के पेड़ तो बेहद पूजनीय है। परन्तु, क्या आपको इस बात की जानकारी है कि घर में पीपल के पेड़ का होना शुभ नहीं माना जाता है। जी हा कहते हैं कि पीपल के पेड़ पर कई देवी-देवताओं का वास होता है। पर आपके घर के आसपास पीपल या आपके घर में पीपल के पेड़ का होना ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से अशुभ माना जाता है।
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शास्त्र कहते हैं पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने, दीपक जलाने से जीवन के कई कष्ट दूर होते हैं। लेकिन पीपल का पेड़ मंदिर या सार्वजनिक स्थान पर ही होना चाहिए। घर में पीपल का पेड़ होना बहुत अशुभ होता है। ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि घर पर पीपल के पेड़ की छाया पड़े तो घर के सदस्यों की तरक्की में रुकावट आती है। आर्थिक संकट छा जाता है। धीरे-धीरे घर में दरिद्रता छाने लगती है। इसके अलावा, घर में दरिद्रता भी आ जाती है।
यदि घर में बार-बार एक ही जगह पर पीपल का पेड़ उग रहा हो तो 45 दिन तक पीपल के पौधे की पूजा करें। इस दौरान उस पर कच्चा दूध चढ़ाते रहें। 45 दिनों के बाद पीपल के पौधे को जड़ सहित उखाड़ कर किसी दूसरे स्थान पर लगा दें।
पीपल के घर में बार-बार उगने से परिवार में वाद-विवाद, अशांति, मतभेद, तनाव आदि उत्पन्न हो जाता है। इसका मतलब यह है कि पितृ नाराज हैं और आपको उनकी शांति करवाने की जरूरत है। जीवन में अशुभ घटनाएं भी इसके कारण घटती हैं और यह धन हानि और असफलता का कारण बनता है। मान्यता यह भी है कि घर में पीपल का उगना ग्रहों के क्रोध को भी दिखाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर ग्रह क्रोधित हैं, तो आपकी दिशा और दशा खराब हो जाती है।
सिर्फ शास्त्रों के हिसाब से ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक हिसाब से भी पीपल के पेड़ का उगना सही नहीं माना जाता है। पीपल का पेड़ पत्तों, जड़ या फलों के जरिए भी उग सकता है। अगर किसी दीवार में उसका बीज या जड़ का हिस्सा जाकर फंस गया है और उसमें पानी पड़ रहा है, तो वहां पीपल का पेड़ उग जाएगा। घर के आस-पास कहीं पीपल का पेड़ मौजूद हो, तो उसकी जड़ जमीन के अंदर से भी घर में पहुंच सकती है।