धर्म संवाद / डेस्क : अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान आज यानी 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे हैं. ये कार्यक्रम 6 दिन तक चलेंगे. 17 जनवरी को राम लला अपने मंदिर में प्रवेश करेंगे. अगले दिन यानी 18 जनवरी को भगवान स्वयं गर्भगृह में प्रवेश करेंगे. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस पूरी समारोह की कड़ी में सबसे पहले प्रायश्चित पूजा की जाएगी.
दोपहर डेढ़ बजे यजमान डॉ.अनिल मिश्र के दशविधि स्नान से अनुष्ठान आरंभ होगा. प्रतिमा निर्माण स्थल पर कर्मकुटी का पूजन होगा. शाम को प्रतिमा निर्माण स्थल विवेक सृष्टि में हवन होगा. अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे और प्रमुख आचार्य काशी के श्रीलक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे. 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं’ का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं. ट्रस्ट ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा में सात अधिवास हैं और कम से कम तीन अधिवास प्रचलन में हैं.
यह भी पढ़े : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का पूरा Schedule
आपको बता दे अयोध्या में आज भगवान राम की प्रतिमा का कर्मकुटी संस्कार होगा. मुख्य यजमान के रूप में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी ऊषा मिश्रा अनुष्ठान में बैठेंगे. वे आगे की 50 वैदिक प्रक्रिया के साक्षी बनेंगे. सबसे पहले वे सरयू जल के साथ 10 प्रकार के स्नान करेंगे, जिसमें गाय के दूध, दही, घी, गोबर, गोमूत्र, भस्म, कुशोदक-कुश मिला हुआ जल पंचांग का स्नान शामिल है. यजमान का खान-पान और वस्त्र सब अलग होंगे. इन्हें लेने के बाद व्रत शुरू हो जाएगा.
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम अतिथिगण मौजूद रहेंगे.