Do you want to subscribe our notifications ?

इस कपल ने 9 साल के बच्चे को बना डाला रामलला की प्रतिमा जैसा 

By Tami

Published on:

9 साल के बच्चे को बना डाला रामलला की प्रतिमा

धर्म संवाद / डेस्क : आप सबने फैंसी ड्रेस कम्पटीशन में बच्चों को एक से एक रूप और पहनावे में देखा होगा। इसके पीछे ज्यादातर उनके माता –पिता और अभिभावकों का हाथ होता है । वैसा ही एक 9 साल का बच्चा सामने आया है पश्चिम बंगाल के शहर आसनसोल  से जिसके माता पिता ने उसका ऐसा मेकअप किया कि वो हुबहू रामलला की तरह दिख रहा है।

यह भी पढ़े : इस मंदिर में हर रोज़ गौ माता प्रभु के दर्शन करने जाती हैं

पश्चिम बंगाल के आसनसोल के रहने वाले आशीष कुंडू और उनकी पत्नी रूबी कुंडू ने अबीर डे नाम के एक 9 साल के बच्चे का ऐसा अद्भुत मेकअप किया कि वो हूबहू अयोध्या के श्री राम मंदिर में स्थापित रामलला की तरह दिख रहा है। जी हाँ जिस किसी ने भी अबीर को देखा वह दंग रह गया। सभी यह कहने लगे कि यह तो अयोध्या के रामलला हैं जो जीवंत रूप में उनके सामने हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर इस कपल की खूब चर्चा हो रही है। 

आपको बता दे आशीष और रूबी कुंडू ने इस काम के लिए खुद से कुछ मेकअप का सामान तैयार किया और कुछ सामान बाजार से खरीदा। इसके बाद आसनसोल के मोहिसीला इलाके के रहने वाले आबीर दे नामक एक 9 साल के बच्चे का अयोध्या में विराजमान श्री राम लला का स्वरूप दिया। आशीष का कहना है कि 22 जनवरी 2024 को जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई तब से ही उनके मन में राम लला की मूर्ति बनाने की इच्छा थी लेकिन किसी कारण से वह ऐसा नहीं कर पाए। आशीष चाहते थे कि वह कुछ ऐसा करें कि वह राम लला के लिए कुछ ऐसा करें कि देश उन्हें देखे। इसके बाद उनकी मुलाकात 9 साल के अबीर से हुई। उसके बाद उन्होंने अबीर के परिवार से हाथ जोड़कर अबीर को यह रूप देने की अनुमति मांगी ।अबीर के परिजनों ने आशीष के प्रस्ताव पर अपनी हामी भर दी। इसके बाद दोनों पति-पत्नी अपनी तैयारियों मे जुट गए।

साथ ही आपको जानकारी के लिए यह भी बता दे कि आशीष और उनकी पत्नी रूबी एक ब्यूटी पार्लर चलाते हैं। दिन में वह अपने पार्लर का काम देखते और रात को अबीर को रामलला का जीवंत रूप देने की तैयारियां करते। करीब एक महीने के अंदर आशीष और रूबी आखिरकार अबीर को खुद के द्वारा तैयार किए गए मेकअप के सामानों से अद्भुत और हूबहू रूप देने मे सफल हो गए। अबीर को पहनाए गए सारे गहने फोम से तैयार किए गए हैं । जब आशीष ने अबीर को पूरी तरह से तैयार कर दिया और उसे लोगों के सामने लाया तो जिस किसी ने अबीर को देखा तो उन लोगों ने यही कहा कि यह तो अयोध्या के रामलला हैं जो जीवंत रूप में उनके सामने हैं।

Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .

Exit mobile version