धर्म संवाद / डेस्क : वास्तु शास्त्र कहता है कि अगर घर की चीजों को ठीक से रखा जाए तो घर में सुख-समृद्धि का वास रहता है. इसका असर सेहत के साथ ही मन और मस्तिष्क पर भी पड़ता है. वास्तु में घर के मंदिर, रसोई, बेडरूम, लिविंग रूम और बाथरूम को लेकर दिशा निर्धारित किए गए हैं. इसके साथ ही घर पर रखी छोटी से बड़ी वस्तुओं के दिशा व स्थान के बारे में भी बताया गया है. डाइनिंग हॉल या डाइनिंग टेबल की भी सही दिशा निर्धारित की गयी है.आइये जानते हैं घर का डाइनिंग हॉल कैसा होना चाहिए.
- वास्तु के अनुसार, गलत दिशा में रखे गए डाइनिंग टेबल का प्रभाव घर के लोगों पर पड़ता है. इसलिए माना जाता है डाइनिंग टेबल कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में न रखें.
- भोजन कक्ष घर की पश्चिम दिशा में बनाना सर्वोतम है .
- भोजन करते समय मुंह दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए. वास्तु के मुताबिक दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम की ओर मुंह करके भोजन करने से वह पितरों को चला जाता है.
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- डाइनिंग टेबल पर जूठे बर्तन पड़े रहने से इसका असर घर की धन-संपन्नता पर पड़ता है. इसलिए खाना खाने के बाद तुंरत जूठे बर्तनों को हटा दें.
- डाइनिंग टेबल को घर या मकान के प्रवेश द्वार का ठीक सामने नहीं रखना चाहिए. खुली रसोई के सामने डाइनिंग टेबल रखना बेहद अशुभ माना गया है.
- डाइनिंग टेबल आयताकार या वर्गाकार हो तो उत्तम होगा .
- वास्तु के अनुसार डाइनिंग टेबल पर हमेशा पानी का जग या बोतल भरकर रखें.