धर्म संवाद / डेस्क : हमारे देश में अनेक ऐसे मंदिर हैं जो अपने आप में चमत्कारी होने के साथ साथ रहस्यमयी भी हैं। वैसा ही एक मंदिर मौजूद है मध्य परदेस के शहर इंदौर में। इस मंदिर में भक्तों को तब तक प्रवेश नहीं मिलता है, जब कि वह 108 बार राम नाम नहीं लिख लेते हैं। जी हाँ इस मंदिर का नाम है ‘अपने राम का निराला धाम’। यहां भगवान राम और हनुमान के साथ-साथ रावण, कुंभकरण और मेघनाथ की भी पूजा होती है।
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आपको बता दे इस खास मंदिर में प्रसाद नहीं चढ़ता है । इस प्राचीन मंदिर में अगर आपको भगवान के दर्शन करने हैं तो आपको सबसे पहले 108 बार जय श्री राम लिखना होगा। यहाँ अगर आपको हनुमान को प्रसन्न करना है तो भगवान राम को प्रसन्न करना होगा। इसके लिए आपको पहले 108 बार जय श्री राम लिखना होगा।
इस मंदिर के पुजारी बताते हैं कि उन्हें बजरंगबली ने अपने में कहा था कि खुद की जमीन पर मंदिर का निर्माण करवाओ। फिर 1990 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ, जो आज तक निरंतर जारी है। इस मंदिर की अनोखी बात यह भी है यहाँ श्री राम,माता सीता,लक्ष्मण और हनुमान जी के साथ- साथ मेघनाथ, रावण, कैकेयी, कुंभकर्ण, मंथरा और शूर्पणखा की मूर्तियां भी विराजित है। रामायण के सभी पात्र की मूर्तियां आपको इस मंदिर में दिख जाएंगी। क्यूंकि इस मंदिर में किसी भी तरह का चढ़ावा नहीं चढ़ाया जाता इसलिए यहां कोई दानपेटी भी नहीं लगाई गई। कहते है मंदिर में चढ़ावे की जगह अगर श्रद्धालु 108 बार राम लिख दें तो उसकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी।
इस मंदिर के निर्माण के पीछे का उद्देश्य यह भी है कि रामायण के हर पात्र पूजनीय है इसलिए सबका सम्मान अवश्यक है।