धर्म संवाद / डेस्क : अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में श्रीराम की प्रतिमा विधि-विधान से स्थापित कर दी गई है। ऐसे में अयोध्या राम मंदिर के लिए राम भक्तों की ओर से भी कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके तहत रामलला की निगरानी के लिए 400 किलो का ताला अयोध्या पहुंच गया है। जी हा बिलकुल सही सुना आपने। यह ताला दो साल पहले अलीगढ़ के नौरंगाबाद के रहने वाले बुजुर्ग दंपत्ति सत्य प्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी रुक्मिणी शर्मा ने बनाया था। इस ताले को बनाने में 6 महीने का वक़्त लगा।
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आपको बता दे छह फीट दो इंच लंबे और दो फीट साढ़े नौ इंच चौड़े ताले को बनाने में 65 किलोग्राम पीतल लगा। इसकी चाबी तीन फिट चार इंच लंबी तीस किलोग्राम की है। इस ताले को बनाने वाले सत्य प्रकाश शर्मा का अभी हाल ही में देहांत भी हो गया है। उनकी इच्छा थी कि उनके द्वारा बनाए गए ताले को भगवान श्री रामलला को भेंट किया जाए।
400 किलो वजनी ताले को गाड़ी में रखने के लिए क्रेन बुलाई गई। डॉ.अन्नपूर्णा भारती ने बताया राम मंदिर के दर्शन को आने वाले लोग इस ताले को अलीगढ़ के प्रतीक चिन्ह के रूप में जानेंगे। व्यावसायिक दृष्टि से ताला कारोबारियों का मनोबल भी बढ़ेगा।