धर्म संवाद / डेस्क : यह भजन श्री राम के बाल रूप को समर्पित है। इस भजन में भगवान श्री राम की व्याख्या करते हुए संगीतकर ने अपने मन के भाव रखे हैं। ये चमक ये दमक भजन प्रसिद्ध संगीतकार सुधीर व्यास ने गाया है। सुधीर व्यास कहते हैं कि यह भजन उनको खुद ने नहीं लिखा बल्कि उन्हें भजन के बोल कहीं से सुना था। इसके बाद उन्होंने इसके बोल को अपने भाव में ढाला है और इस भजन को एक नया रूप दिया है।
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ये चमक ये दमक,
फूलवन मा महक,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है,
इठला के पवन,
चूमे सैया के चरण,
बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥
मेरे सुख दुःख की रखते हो खबर,
मेरे सर पर साया तुम्हारा है,
मेरी नैया के खेवनहार तुम्ही,
मेरा बेड़ा पार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मैं तो भूल गयी कुछ भी कहना,
तोरी प्रीत में रोवत है नैना,
रग रग में बसी है प्रीत तोरी,
अखियन में खुमार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मेरा दिल ले लो मेरी जा ले लो,
मेरा तन ले लो मेरा मन ले लो,
मेरे इश्क को निस्बत है तुमसे,
जीवन श्रृंगार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मैं तो भूल गयी सब सुख चैना,
मोरे जबसे लडे तुम संग नैना,
मोरी नस नस में है प्रीत तोरी,
मेरा सब आधार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मेरा कोई नहीं है दुनिया में,
मेरा तौल करार तुम्हई से है,
मैं कहाँ जाकर सौदा बेचूं,
मेरा सब व्यापार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
BhaktiBharat Lyrics
ये चमक ये दमक,
फूलवन मा महक,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है,
इठला के पवन,
चूमे सैया के चरण,
बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥