विवाहित स्त्री को पैरों में चांदी की बिछिया पहनने का रिवाज है।

कहा जाता है कि पैरों में बिछिया सुहाग की निशानियों में से एक मानी जाती है।

इसे पहनने से पैरों की खूबसूरती बढ़ती है । पर इसके अलावा भी कई कारण है।

ज्योतिष के अनुसार, विवाहित स्त्री को बिछिया पहनने से वैवाहिक जीवन में सुख और शांति का आगमन होता है।

स्त्री को पैर की दूसरी और तीसरी उंगली में बिछिया पहननी चाहिए। इससे पति और पत्नी के बीच संबंध अच्छे रहते हैं।

चांदी को चंद्रमा का कारक माना गया है और इसे पहनने से शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है, इससे ग्रहों की बाधा भी दूर होती है.

वहीं इससे मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है. पांव में बिछिया पहनने से जीवन में नकारात्मकता कम होती है और पारिवारिक सुख बढ़ता है.

पैरों की तीन उंगलियों में बिछिया पहनने से महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ती है, और गर्भधारण करने में दिक्कत नहीं आती है.

बिछिया पहनने से महिलाओं का हार्मोन सिस्टम एकदम दुरुस्त रहता है जिससे उनका स्वास्थ्य सही रहता है.