Do you want to subscribe our notifications ?

दीपावली मनाने के पीछे की अनसुनी कहानियां 

By Tami

Published on:

दीपावली मनाने के पीछे की अनसुनी कहानियां

धर्म संवाद / डेस्क :  दीपावली का त्‍योहार देश के हर कोने में धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान राम जब लंका जीतकर अयोध्‍या लौटे तो नगरवासियों ने उनकी जीत की खुशी में यह त्‍योहार मनाया था। ये तो सभी जानते है पर दीपावली मनाने के पीछे और भी कई मान्‍यताएं हैं।

यह भी पढ़े : Diwali से पहले घर से निकाले ये 5 चीजें, दरिद्रता होगी दूर

1.भगवान् श्रीराम के अयोध्या लौटने के कहानी

यह वह कहानी है जो लगभग सभी भारतीय को पता है। कहा जाता है कि मंथरा की बातों में आकर कैकई ने दशरथ से राम को वनवास भेजने का वचन मांग लिया। इसके बाद श्रीराम को वनवास जाना पड़ा। 14 वर्षों का वनवास बिताकर जब भगवान राम अयोध्या लौटे तो नगरवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। तभी से दीपावली मनाई जाती है।

2.पांडवों का अपने राज्य लौटना 

महाभारत काल में कौरवों ने, शकुनी मामा की मदद से शतरंज के खेल में पांडवों को हराकर छलपूर्वक उनका सबकुछ ले लिया और उन्हें राज्य छोड़कर 13 वर्ष के लिए वनवास जाना पड़ा। कार्तिक अमावस्या को 5 पांडव (युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव) 13 वर्ष का वनवास पूरा कर अपने राज्य लौटे। उनके लौटने की खुशी में राज्य के लोगों नें दीप जलाए। माना जाता है कि तभी से कार्तिक अमावस्या को दीपावली मनाई जाती है।

3. राजा विक्रमादित्य का राज्याभिषेक

राजा विक्रमादित्य प्राचीन भारत के महान सम्राट थे। वह आदर्श राजा थे। उन्हें उनकी उदारता, साहस के लिए जाना है। कहा जाता है कि कार्तिक अमावस्या को ही उनका राज्याभिषेक हुआ था। ऐसे धर्मनिष्ठ राजा की याद में तभी से दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।

4. मां लक्ष्मी का अवतार

दीपावली का त्यौहार हिंदी कैलंडर के अनुसार कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी जी ने अवतार लिया था। मां लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है। इसलिए हर घर में दीप जलने के साथ-साथ हम माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करते हैं।

5. छठवें सिख गुरु की आजादी

इस त्यौहार को सिख समुदाय के लोग अपने छठवें गुरु श्री हरगोविंदजी की याद में मनाते हैं। गुरु श्री हरगोविंदजी मुगल सम्राट जहांगीर की कैद में ग्वालियर जेल में थे। जहां से मुक्त होने पर खुशियां मनाई गईं। तभी से इस दिन त्यौहार मनाया जाता है।

Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .

Exit mobile version