धर्म संवाद / डेस्क : गरुड़ पुराण सनातन धर्म के सबसे पवित्र और मूल्यवान ग्रंथों में से एक है। इस का पाठ किसी की मृत्यु के बाद कराया जाता है। यह पुराण भगवान विष्णु की भक्ति और उनके ज्ञान पर आधारित है। गरुड़ पुराण में स्वर्ग, नरक, पाप, पुण्य ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और धर्म की बाते हैं जिससे हमे कई तरह की शिक्षाएँ मिलती हैं। इन बातों का अगर जीवन में अनुसरण किया जाए तो कई तरह के पापों से मुक्ति मिल सकती है। चलिए गरुड़ पुराण की कुछ अमूल्य बातें जानते हैं।
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गरुड़ पुराण में कहा गया है कि हर व्यक्ति को साफ सफाई का विशेष खयाल रखना चाहिए और रोजाना साफ वस्त्र पहनने चाहिए। जो लोग गंदे वस्त्र पहनते हैं, मां लक्ष्मी उनसे रुष्ट हो जाती हैं और उस घर में दरिद्रता आती है।
जब भी कुछ सीखें सकारात्मकता के साथ उसकी शुरुआत करें और निरंतर अभ्यास करें. अभ्यास ही आपको बेहतर बनाता है।
गरुण पुराण में यह भी जिक्र किया गया है कि किस तरह के कर्म नर्क ले जाते हैं। देवी-देवताओं का अपमान करने वाले, धार्मिक स्थानों पर अनुचित काम करने वालें लोगों का नर्क जाना तय है।
जिंदगी है तो मित्र और शत्रु दोनों होंगे। जिसका कोई शत्रु नहीं वह अपनी जिंदगी में कुछ नहीं कर रहा है। ऐसे में उसका कोई मित्र भी नहीं होता।
भोजन संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए। भोजन असंतुलित हो जाने से हमारा पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है और हमें तमाम तरह की परेशानियां हो जाती हैं।
गरुड़ पुराण में एकादशी व्रत की महिमा का भी बखान किया गया है। इसमे बताया गया है कि यदि इस व्रत को नियमानुसार रखा जाए तो व्यक्ति के पूर्व जन्म के भी पापों का अंत होता है और उसके जीवन में आने वाले तमाम संकट समाप्त हो जाते हैं।
तुलसी को घर में रखने से सभी तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है। इसका प्रतिदिन सेवन करने से किसी भी प्रकार से व्यक्ति को कोई रोग हो नहीं सकता।