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क्या बिस्तर पर मंत्र जाप करना सही है? जानिए सही तरीका और नियम

By Tami

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mantra chanting rules

धर्म संवाद / डेस्क : भारतीय आध्यात्मिक परंपरा में नाम-जाप और मंत्र-जाप मन को स्थिर, शांत और ऊर्जावान बनाने का शक्तिशाली साधन माना जाता है। यह साधना मानसिक शांति, एकाग्रता, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करती है। लेकिन एक सवाल अक्सर सामने आता है क्या बिस्तर पर लेटकर या बैठकर मंत्र या नाम-जाप करना उचित है? आइए विशेषज्ञों और शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार समझते हैं।

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क्या बिस्तर पर नाम-जाप किया जा सकता है?

हाँ, नाम-जाप (जैसे राम-राम, हरे कृष्ण, राधे-राधे, शिव-शिव) किसी भी स्थान, समय और स्थिति में किया जा सकता है।
शास्त्रों और संतों के अनुसार :-

  • भगवान के नाम पर कोई शुद्धि या आसन की बाध्यता नहीं है।
  • यात्रा, बीमारी, कमजोरी या आराम की स्थिति में भी किया गया नाम-जाप पूर्ण फल देता है।
  • बिस्तर पर किया गया नाम-जाप भी मन को शांत करता है और आध्यात्मिक लाभ देता है।

हालाँकि, यदि बिस्तर पर जाप आलस्य के कारण किया जा रहा हो, तो सुबह उठकर स्वच्छ होकर शांत आसन पर बैठकर जाप करना अधिक लाभदायक माना गया है।

 कब बिस्तर पर मंत्र-जाप करना उचित नहीं है?

  • कुछ स्थितियों में बिस्तर पर जाप करना अनुशंसित नहीं है:
  • जब मन अत्यधिक व्याकुल, अस्थिर या चिड़चिड़ा हो
  • जब व्यक्ति अत्यधिक थका हो और नींद आने वाली हो
  • जब ध्यान टूटने की संभावना अधिक हो
  • जब आप शक्ति-प्रधान वैदिक मंत्रों का जाप कर रहे हों

ऐसी अवस्थाओं में जाप आधा-अधूरा हो जाता है और उसका प्रभाव भी कम हो सकता है।

वैदिक मंत्र-जाप के लिए कड़े नियम क्यों?

शक्तिशाली वैदिक मंत्र जैसे गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, बीज मंत्र, गुरु मंत्र आदि के लिए प्राचीन शास्त्रों में कुछ नियमों का पालन आवश्यक बताया गया है:

इनके लिए विशेष रूप से अनुशंसित है:
  • कुश, ऊन या आसन पर बैठकर जाप करना
  • रीढ़ सीधी रखकर ध्यानपूर्वक उच्चारण
  • शांत, पवित्र और स्वच्छ स्थान
  • शुद्ध उच्चारण और स्थिर मन

बिस्तर पर मंत्र-जाप क्यों नहीं?

  • बिस्तर को तामसिक स्थान माना जाता है
  • तामसिक ऊर्जा मंत्र के प्रभाव को कम कर सकती है
  • कई परंपराओं में गृहस्थ बिस्तर पर गुरु-मंत्र का जाप वर्जित माना गया है
  • गलत उच्चारण या अशुद्ध मन से ऊर्जा-प्रधान मंत्रों का प्रभाव घट जाता है

नाम-जाप और मंत्र-जाप में अंतर

गुणनाम-जापमंत्र-जाप
आधारभक्ति / भावनाऊर्जा / स्पंदन
नियमन्यूनतमकठोर नियम
स्थानकहीं भीशांत पवित्र स्थान
प्रभावमन की शुद्धिमानसिक + ऊर्जात्मक साधना
उदाहरणराम, कृष्ण, शिवगायत्री, महामृत्युंजय, बीज मंत्र

सही तरीके से जाप कैसे करें? विशेषज्ञ टिप्स

  • सुबह ब्रह्म मुहूर्त में जाप सर्वोत्तम
  • हाथ-पैर धोकर या स्नान के बाद जाप करना लाभकारी
  • नाम-जाप कभी भी, कहीं भी  बिना नियम कर सकते हैं
  • वैदिक मंत्रों के लिए शांत और पवित्र वातावरण चुनें
  • मन स्थिर हो, भावना सकारात्मक हो
  • उच्चारण शुद्ध हो  विशेषकर वैदिक मंत्रों में

Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .

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