Do you want to subscribe our notifications ?

जाने आटे के दीपक जलाने के लाभ

By Tami

Updated on:

जाने आटे के दीपक जलाने के लाभ

धर्म संवाद / डेस्क : आटे के दीपक जलाना एक प्राचीन परंपरा है, जो न केवल धार्मिक कार्यों से जुड़ी हुई है बल्कि इसके मानसिक, शारीरिक और स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं. आटे से बना दीपक घर में सकारात्मकता और समृद्धि लाता है. यह मानसिक तनाव को कम करने, शारीरिक आराम देने, और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के अलावा, आटे के दीपक का प्रकाश ध्यान और साधना में भी सहायक होता है. चलिए जानते हैं आटे के दीपक जलाने से हमें किस प्रकार के लाभ मिलते हैं.

यह भी पढ़े : इन जगहों पर न रखें चाबियां , बढ़ सकती हैं मुश्किलें

सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह – आटे का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. आटे का दीपक प्राकृतिक तत्वों से बना होता है, जो पृथ्वी तत्व का प्रतीक है. इसे जलाने से घर में स्थिरता और सुख-शांति का आगमन होता है.

घर में शांति और समृद्धि – घर में आटे का दीपक जलाने से घर में शांति बनी रहती है और हर सदस्य के जीवन में समृद्धि आती है। वन में आपको हर कार्य में सफलता मिलती है. सुख-समृद्धि के लिए आटे में थोड़ी हल्दी मिलाकर दीपक जलाएं.

धन वृद्धि – आटे का दीपक जलाने से धन और संपत्ति की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है. दीपक की लौ धन की स्थिरता और पारिवारिक समृद्धि को आकर्षित करती है. 

कर्ज मुक्ति – रोजाना घर में आटे का दीपक जलाने से कर्ज के बोझ से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही, अगर बजरंगबली के आगे आटे का दीपक जलाया जाए तो इससे संकटों का नाश होता है और बल प्राप्त होता है.

मानसिक लाभ – दीपक की हल्की सी रोशनी और उसकी नर्म धारा मानसिक शांति प्रदान करती है. जब हम आटे के दीपक को जलाते हैं, तो उसका प्रकाश और गर्मी मन को शांति का अहसास कराती है और तनाव से मुक्ति मिलती है. आटे के दीपक के पास बैठकर ध्यान और साधना करने से मानसिक तनाव कम होता है और मनोबल में वृद्धि होती है. यह मानसिक रूप से मजबूत बनाता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है. यह वातावरण को शांति और संतुलन प्रदान करता है, जिससे ध्यान लगाना आसान हो जाता है.

पर्यावरण के लिए अनुकूल – आटे का बना दीपक पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होता है. यह पूरी तरह से जैविक और प्राकृतिक होता है, जिससे पर्यावरण को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती. इसके साथ ही, आटे का दीपक मिट्टी के दीये की तुलना में अधिक आसानी से गल जाता है और इसे घर के पौधों में भी खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. इस दीपक के जलने से उत्पन्न होने वाला धुआं हवा को शुद्ध करता है. यह विशेष रूप से उन स्थानों पर फायदेमंद होता है जहां प्रदूषण की समस्या अधिक हो. इसके धुएं में औषधीय गुण होते हैं जो श्वास तंत्र को भी लाभ पहुंचा सकते हैं.

मन्नत – अक्सर मन्नत के दिए आटे के बने होते हैं. अन्य दीपक की तुलना में आटे के दीप को शुभ और पवित्र माना गया है. मां अन्नपूर्णा का आशीष इस दीप को स्वत: ही मिल जाता है.

Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .

Exit mobile version