धर्म संवाद / डेस्क : हर साल जब नवरात्रि अपने अंतिम पड़ाव पर पहुँचता है तो लोग उत्सुक रहते हैं कि दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, आखिर किस दिन मनाया जाएगा। साल 2025 में यह असमंजस है कि क्या दशहरा 1 अक्टूबर को है या 2 अक्टूबर को। आपको बता दे विजयादशमी का पर्व गुरुवार, 2 अक्टूबर 2025 को ही मनाया जाएगा।
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विजयादशमी की तिथि और समय (Date & Time)
- दिनांक: 2 अक्टूबर 2025, गुरुवार
- दशमी तिथि की शुरुआत: 1 अक्टूबर शाम करीब 7:01 बजे से
- दशमी तिथि समाप्ति: 2 अक्टूबर शाम करीब 7:10 बजे तक
- विजय मुहूर्त: 2 अक्टूबर को दोपहर 2:09 बजे से 2:53 बजे तक
चूंकि दशहरा केवल उस दिन मनाया जाता है जब दशमी तिथि का अधिकांश भाग दिन के समय होता है, इसलिए इस वर्ष 2 अक्टूबर को ही दशहरा मनाया जाएगा।
विजय मुहूर्त और पूजा का सही समय
हिंदू मान्यताओं के अनुसार विजय मुहूर्त में पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है। यह समय वह होता है जब सूर्यास्त से पहले की अवधि में विशेष शुभ योग बनता है। 2025 में विजय मुहूर्त 2 अक्टूबर को दोपहर 2:09 से 2:53 बजे तक रहेगा। इस दौरान लोग शस्त्र पूजा, देवी पूजा और रावण दहन जैसे धार्मिक कार्य करते हैं।
1 अक्टूबर क्यों नहीं, केवल 2 अक्टूबर को ही है दशहरा?
महा नवमी और दशहरा में अंतर
लोग अक्सर महा नवमी और दशहरा को लेकर भ्रमित हो जाते हैं। 1 अक्टूबर को महा नवमी होगी, जो नवरात्रि का अंतिम दिन होता है और देवी दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है। जबकि दशहरा विजय और उत्सव का पर्व है, जो दशमी तिथि को ही मनाया जाता है। इसलिए 1 अक्टूबर को नवमी के कारण पूजा अवश्य होगी, परंतु दशहरा नहीं।
विजयादशमी का महत्व और परंपराएँ (Significance & Traditions)
धार्मिक और सांस्कृतिक अर्थ
- दशहरा सिखाता है अच्छाई की जीत की कहानी—भगवान राम द्वारा रावण का वध।
- साथ ही, देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर का संहार जो शरद नवरात्रि के अंत का प्रतीक है।
मुख्य रीति-रिवाज़
- रावण दहन, रामलीला कार्यक्रम, आयुध पूजन जैसी परंपराएँ देश के विभिन्न हिस्सों में होती हैं।
- नवरात्रि के नौ दिनों के बाद विजयदशमी मनाई जाती है।
