धर्म संवाद / डेस्क : भारत में अनेकों चमत्कारी मंदिर हैं जिनके रहस्य इतने गहरे और अनोखे हैं कि आज का विज्ञान उन्हें जाने की चाहे जितनी भी कोशिश कर ले सफल नहीं हो पाता। ऐसा एक मंदिर है देहरादून की वादियों में जिसके बारे में मान्यता है कि यहाँ मृत व्यक्ति भी जीवित हो जाते हैं। जी हाँ,मान्यता है कि यहाँ पर किसी व्यक्ति का शव ले जाया जाए तो वह पुन: जीवित हो जाता है। चलिए जानते हैं लाखामंडल मंदिर की कहानी।
देखे विडियो : लाखामंडल मंदिर: यहाँ मरे हुए लोग भी हो जाते है जिंदा | Lakhamandal Mandir : people are back to life
यह मंदिर देहरादून से करीबन 128 किमी दूर पर स्थित लाखामंडल जगह पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि यहां जो व्यक्ति पूजा-पाठ करता है उसे पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके अलावा यहां हुई खुदाई में कई प्राचीन शिवलिंग प्राप्त हुए हैं। जहां बड़ी संख्या में लोग पूजा पाठ करते हैं। यह मंदिर महाभारतकालीन माना जाता है। कहते हैं इसका निर्माण ज्येष्ठ पांडव युदिष्ठिर ने करवाया था।
मान्यताओं के अनुसार यह शिवलिंग अज्ञातवास के समय युधिष्ठिर द्वारा स्थापित किया गया था जो आज महामंडेश्वर के नाम से जाना जाता है। यहां पांडव गुफा भी है । लाखामंडल वह स्थान है जहाँ पर पांडवो को लाक्षागृह बनवा कर कौरवों ने आग लगा कर मारने की कोशिश की थी और बह एक सुरंग से बाहर निकल कर चले गए थे इसी के कारण इस स्थान का नाम लाखामंडल पडा। यहा से निकल कर पांडवो ने जो मंदिर बनाया था लाखामंडल महामुंडेश्वर बही मंदिर है। मंदिर के प्रांगण में मौजूद इस शिवलिंग के सामने दो द्वारपाल पश्चिम की ओर मुंह करके खड़े हैं।
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माना जाता है कि मंदिर में यदि किसी शव को इन द्वार पालों के सम्मुख रखकर मंदिर का पुजारी जल छिड़के तो वह व्यक्ति कुछ समय के लिए पुन: जीवित हो जाता है। जब वह व्यक्ति जीवित हो जाता है तो वह भगवान का नाम लेता है और उसे गंगाजल दिया जाता है। गंगाजल ग्रहण करने के पश्चात उसकी आत्मा फिर से उसकी देह त्यागकर चली जाती है। इससे संबंधित रहस्य के बारे में आज तक कोई नहीं जान पाया। डॉ द्वारपालों में से एक का हाथ कटा हुआ है। ये क्यों है ये भी एक रहस्य है।
कहते हैं जो स्त्री पुत्र प्राप्ति के लिए इस मंदिर में शिवलिंग पर दीपक जलाकर प्रार्थना करती है उसकी गोद बहुत जल्दी भर जाती है। इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन करने वाला व्यक्ति कभी खाली हाथ वापस नहीं लोटता ,उसकी जीवन के सारे दुख और तकलीफें दूर होती हैं।