धर्म संवाद / डेस्क : माँ सरस्वती को ज्ञान की देवी माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थी । यही कारण है कि इस दिन परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे पढ़ने-लिखने वाले छात्र पूरे विधि-विधान से देवी सरस्वती की पूजा करते हैं। विशेष मंत्रों के साथ देवी सरस्वती की पूजा-अराधना करने से सभी समस्याएं दूर होती हैं। चलिए आपको बताते हैं किन मंत्रों का जाप करने से माता का आशीर्वाद मिल सकता है।
- ॐ सरस्वत्ये नमः।।
- ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः।।
- ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः।।
- सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नम:।।
- ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।।
- ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां।
- सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।।
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- सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने ।
- विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते।।
- या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
- नमस्ते शारदे देवी, काश्मीरपुर वासिनीं, त्वामहं प्रार्थये नित्यं, विद्या दानं च देहि में।कंबुकंठी सुताम्रोष्ठी सर्वाभरणं भूषितां महासरस्वती देवी, जिह्वाग्रे सन्निविश्यताम।।
- ऐं ह्वीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां। सर्व विद्या देही दापय दापय स्वाहा।