धर्म संवाद / डेस्क : सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का अपना अलग महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रह – नक्षत्र बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। साथ ही इन ग्रह-नक्षत्र के आधार पर ही आपके भविष्य का पता चल सकता है। आपकी राशि आपकी विशेषताएँ भी बात सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं राशि के आधार पर व्यक्ति के इष्ट देव का भी पता लगाया जा सकता है। अपनी राशि के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करने से शुभ फलों की भी प्राप्ति होती है । आइए जानते हैं कि राशि के अनुसार कौन हैं आपके इष्ट देव कौन हैं और आपको किस देवी या देवता की पूजा करनी चाहिए ।
यह भी पढ़े : राशि के हिसाब से कौन से रंग का कपड़ा पहनना होता है शुभ
आपको बता दे कि ईष्टदेव की पहचान कुंडली के पंचम भाव से की जाती है। यानि कुंडली के सबसे ऊपर पहले खाने में जहां लग्न लिखा हुआ होता है, उससे बाईं और पांचवे खाने तक गिनने पर पांचवा भाव होता है। इस भाव में जो राशि होती है उसके ग्रह के देवता ही हमारे इष्ट देव होते हैं।
मेष और वृश्चिक- मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है । इसलिए इन दोनों राशि वालों के इष्टदेव हनुमानजी और राम जी हैं।
वृषभ और तुला- वृषभ और तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है और इसलिए इनकी इष्ट देवी मां दुर्गा हैं ।
मिथुन और कन्या- मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध है और इसलिए उनके इष्ट देव गणेश जी और विष्णु जी हैं।
कर्क- कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा है और इन लोगों के इष्ट देव शिव जी हैं।
सिंह- सिंह राशि वालों का स्वामी ग्रह सूर्य है और उनके इष्ट देव हनुमान जी और मां गायत्री हैं।
धनु और मीन- धनु और मीन राशि वालों के स्वामी ग्रह गुरु हैं और उनके इष्ट देव विष्णु जी और लक्ष्मी जी हैं।
मकर और कुंभ- मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि हैं इसलिए उनके इष्ट देव हनुमान जी और शिव जी हैं।