स्फटिक एक रंगहीन, पारदर्शी, निर्मल पत्थर होता है जो कि सफेद रंग का चमकदार दिखाई देता है।

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, स्फटिक को शुक्र ग्रह से संबंधित माना जाता है.

यदि कुंडली में शुक्र ग्रह दोष हो, तो चांदी की अंगूठी में क्रिस्टल माला या स्फटिक रत्न धारण करना चाहिए.

इस माला को चंद्र ग्रहण के समय लक्ष्मी सूक्त के मंत्रों द्वारा प्रतिष्ठित और सिद्ध किया जाता है.

अगर ऐसी माला को गले में पहना जाता है, तो निश्चित रूप से महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

स्फटिक की माला धारण करने से किसी भी भय से मुक्ति मिलती है.

जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है. मन शांत रहता है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्फटिक धारण करने से धन, संपत्ति और यश प्राप्त होता है.

स्फटिक की माला किसी भी पुरुष या स्त्री को एकदम स्वस्थ रखता है।