हिंदू धर्म में कलावा बांधने की रस्म है।  इसे रक्षा सूत्र के रूप में देखा जाता है।

ये कलावा सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि पेड़-पौधों को भी बांधा जाता है।

इसके अलावा तांबे के बर्तन में भी बांधा जाता है

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार तांबे को बहुत ही शुद्ध धातु माना जाता है।

लेकिन तांबा जितना शुद्ध होता है, उतनी ही जल्दी अशुद्ध भी हो जाता है।

इसलिए इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए तांबे के कलश पर कलावा बांधा जाता है।

मान्यता यह भी है कि तांबे के कलश में सभी नौ ग्रह वास करते हैं।

तांबे के कलश पर कलावा बांधने से पूजा में शक्ति आती है। पूजा के दौरान होने वाली हर तरह की गलती या नकारात्मकता खत्म हो जाती है।