धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि पूजा-पाठ के दौरान कपूर का इस्तेमाल करने से घर का माहौल सकारात्मक रहता है.

कपूर सकारात्मकता और शांति का प्रतीक माना है और घर से सभी नकारात्मकता को दूर करता है।

कपूर का जलना सर्वशक्तिमान के साथ एकता का प्रतीक माना जाता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस प्रकार कपूर जलाने से कोई इसके पीछे कोई राख या अवशेष नहीं बचता है, उसी प्रकार इसे जलाने से व्यक्ति का अहंकार भी पूरी तरह दूर हो जाता है।

कपूर को जलाने से हवा शुद्ध होती है.

कपूर की तेज खुशबू हवा में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने में मदद करती है.

कपूर के धुंए से घर के सभी दोष दूर हो जाते हैं.

कपूर जलाने से घर को पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है और घर खुशहाली से भरा रहता है.

कपूर जलाने से घर को लगी बुरी नजर का प्रभाव कम होता है और रिश्तों में मधुरता बनी रहती है.

घर में इस्तेमाल होने वाला कपूर कई तरह से लाभदायक होता है.