हिंदू धर्म में विवाह के बाद स्त्रियों का मांग में सिन्दूर लगाने का विधान है.

इसे सुहान की निशानी माना जाता है और इसका धार्मिक महत्व भी है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मांग में सिंदूर लगाने से पति की उम्र लंबी होती है.

कहा जाता है माता सीता रोज श्रृंगार में मांग में सिंदूर भरती थीं। हनुमानजी के पूछने पर माता सीता ने बताया इससे भगवान राम को प्रसन्नता मिलती है।

प्रसन्न होने से शरीर स्वस्थ रहता है और स्वस्थ होने से व्यक्ति की आयु भी बढ़ती है।

मान्यताओं के अनुसार, यदि पत्नी के बीच मांग सिंदूर लगा हुआ है तो उसके पति की अकाल मृत्यु नहीं हो सकती है। सिंदूर उसके पति को संकट से बचाता है।

सिंदूर लगाने से माता पार्वती अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देती हैं।

सिंदूर को माता लक्ष्मी के सम्मान का प्रतीक भी माना जाता है

जानकारों की मानें तो मांग में सिंदूर लगाने से दिमाग शांत रहता है। साथ ही उच्च रक्तचाप भी कंट्रोल में रहता है।

सिंदूर में पाए जाने वाले धातु से चेहरे पर झुर्रियां नहीं आती हैं।

वहीं, नजर और बुरी बला को टालने के लिए भी महिलाएं मांग में सिंदूर लगाती हैं।