हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु चार धामों के दर्शन के लिए जाते हैं।

ये चारों धाम देवभूमि उत्तराखंड में स्थित है।

चलिए जानते हैं चारों धामों की यात्रा की शुरुवात कहा से होती है और इसका सही क्रम क्या है।

चार धाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री से होती है।

शास्त्रों में वर्णित है कि, यात्रा की शुरुआत पश्चिम से की जाती है और पूर्व में समाप्त होती है इसलिए भी सबसे पहले यमुनोत्री धाम के दर्शन किये जाते हैं।

यात्रा का दूसरा पड़ाव होता है गंगोत्री धाम। यहाँ समुद्र तल से 3042 मीटर की ऊंचाई पर गंगाजी का मंदिर है।

यात्रा का तीसरा पड़ाव केदारनाथ है। इसे जागृत महादेव भी कहा जाता है।

चारधाम यात्रा का चौथा और अंतिम पड़ाव बद्रीनाथ है, जो भगवान विष्णु के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है।

बद्रीनाथ मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है ।