भगवान शिव को 'रुद्र' कहा जाता है और रुद्र का अभिषेक अर्थात स्नान रुद्राभिषेक कहलाता है।

रुद्राभिषेक करने से भोलेनाथ प्रशन्न होते हैं और सारे पापों का अंत करके मनचाहा वरदान देते हैं।

शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि शिव जी को उनका रुद्र रूप बहुत ही प्यारा होता है।

शिवजी को प्रशन्न करने का सबसे श्रेष्ठ तरीका यही है कि भक्तों के द्वारा रुद्राभिषेक किया जाए।

जब भोलेनाथ रुद्र रूप में होते हैं तो वो अपने भक्तों के सारे दुखों को हर लेते हैं।

रुद्र को अलग- अलग द्रव्यों से प्रसन्न किया जाता है।

अगर कोई व्यक्ति वाहन प्राप्ति की इच्छा रखता है तो ऐसे में उस व्यक्ति को दही से अभिषेक करना चाहिए।

वहीं यदि किसी मनुष्य को रोगों से मुक्त होना है तो उसे रुद्र को कुशा के जल से अभिषेक कराना चाहिए।