पार्थिव शिवलिंग का अर्थ है मिट्टी से तैयार शिवलिंग.

पार्थिव शिवलिंग शुद्ध मिट्टी के साथ शुद्ध जल, गाय का घी, गाय के गोबर के कंडे की राख आदि के उपयोग से बनाया जाता है.

पार्थिव शिवलिंग की पूजा शुद्धता और साकारता को दर्शाती है. यह भक्त का भगवान के प्रति समर्पण दिखाती हे.

क्योंकि, पार्थिव शिवलिंग का निर्माण करने में काफी समय लगता है और इसे बनाने में पूर्ण शुद्धता का ध्यान रखा जाता है.

शिवपुराण की कथा के अनुसार सावन के महीने में जब आप शुद्ध मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग तैयार करते हैं तो ऐसा करने से आपकी हाथों की रेखा बदलती हैं.

मान्यता है कि, ऐसा करने से हमारे जीवन में आने वाला बुरा समय या बुरी घटनाएं टल जाती हैं.

पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने वाले शिव साधक के जीवन से अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है.

शिवपुराण के अनुसार पार्थिव पूजा करने वाले साधक को भगवान शिव के आशीर्वाद से धन-धान्य, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है ।