घर बनाते वक्त वास्तु का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।
अगर पूजा घर, रसोई या बाथरूम गलत दिशा में बन गए तो वास्तु दोष हो सकते हैं।
वास्तु दोष दूर करने के लिए कुछ विशेष प्रकार के यंत्र होते हैं। इन्हे स्थापित करके आप वास्तु दोषों को काफी हद तक दूर कर सकते हैं।
मारुति यंत्र -जिनकी जमीन नहीं बिक रही हो या जिस जमीन में विवाद खड़ा हो गया हो वे मंगलवार के दिन दोपहर 12 बजे इस यंत्र को ले जाकर सम्बंधित भूमि में पूर्व या ईशान दिशा में सवा हाथ गड्ढा खोदकर गाड़ दें और ऊपर से दूध या गंगाजल की धारा चढ़ानी चाहिए। भूमि का विवाद तीन महीने के अंदर सुलझ जाएगा।
शुद्ध चांदी का श्रीयंत्र- ऐश्वर्य और धनलक्ष्मी की वृद्धि के लिए वास्तु में इस यंत्र का प्रयोग किया जाता है। यदि दुकान में मन नहीं लगता हो, व्यापार में बरकत न हो, बचत नहीं हो पा रही है तो इसे घर या दुकान की उत्तर दिशा में लगाना बहुत लाभकारी है।
दिक्दोषनाशक यंत्र- यदि घर में टॉयलेट,रसोई या बाथरूम कोई गलत दिशा में बन गया हो तो यह यंत्र स्थापित करने से वह दोष मिट जाता है।
वरुण यंत्र- यह यंत्र जल संबंधी समस्त दोषों को दूर करता है। यदि जलस्थान,नलकूप,पानी की टंकी गलत दिशा में बन गए हैं तो इस वरुण यंत्र को उस पर स्थापित करके पूजन करने पर जल संबंधी सभी दोष नष्ट हो जाते हैं।
सर्वमंगल वास्तु यंत्र- सर्वमंगल वास्तु यंत्र वास्तु संबंधी सभी प्रकार के दोष-निवारण करने के साथ-साथ सब प्रकार की मंगल कामना हेतु अचूक वरदायक है।
द्वारदोषनाशक तोरण- यह एक विशिष्ठ प्रकार का तोरण है,जो द्वार संबंधी दोषों को मिटाता है तथा घर को बाहरी विपदाओं से बचाता है।
कृत्यनाशक वास्तु यंत्र- वास्तु के अनुसार यदि किसी शत्रु ने आपके घर या दुकान को बांध रखा है,या आप पर कोई अभिचार कर्म किया है तो यह यंत्र उस अभिचार कर्म को नाश करके वापस लौटा देता है।