हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र के जाप का विशेष महत्व है.

हर दिन गायत्री मंत्र के जाप से बहुत सारे फायदे मिलते हैं.

गायत्री मंत्र के जाप करने के कुछ नियम है. गलत तरीके से जाप करने से इसके नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं.

गायत्री मंत्र का जाप हमेशा स्नान करने के बाद ही करना चाहिए. बिना स्नान किए इस मंत्र का जाप न करें.

काले या नीले कपड़े पहनकर इस मंत्र का जाप अशुभ माना जाता है.

गायत्री मंत्र का जाप पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके करना चाहिए. दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके नहीं करना चाहिए.

गायत्री मंत्र का जाप 7, 11, 21 या 108 माला करना चाहिए.

गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए तुलसी की माला या चंदन की माला का इस्तेमाल करें.

कभी भी मांस, मछली या मदिरा के सेवन के बाद गायत्री मंत्र का जाप ना करें वरना आपको बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

इस मंत्र को रात में जपने से बचना चाहिए। रात में गायत्री मंत्र का जाप करने से इसके परिणाम उल्टे मिलने लगते हैं।