धर्म संवाद / डेस्क : केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक बहुत ही सिद्ध मंदिर है। यह साल के 6 महीने ही खुला रहता है। केदारनाथ की यात्रा एक बेहद महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा मानी जाती है। यात्रा कर के मंदिर पहुँचने के बाद बाबा केदारनाथ की पूजा करने का अपना अलग महत्व है। उनके पूजा के बाद करे ये आरती ।
जय केदार उदार शंकर, मन भयंकर दुख हरम्,
गौरी गणपति स्कंद नंदी, श्री केदार नामम्यहम्।
शैली सुन्दर अति हिमालय, शुभ मन्दिर सुन्दरम्,
निकट मंदाकिनी सरस्वती जय केदार नमाम्यहम्।
उदक कुंड है अधम पावन रेतस कुंज मनोहरम्,
हंस कुण्ड समीप सुन्दर जय केदार नमाम्यहम्।
अन्नपूर्णा सहं अर्पणा काल भैरव शोभितम्,
पंच पाण्डव द्रोपदी सम जय केदार नमाम्यहम्।
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शिव दिगम्बर भस्मधारी अर्धचन्द्र विभूषितम्
शीश गंगा कंठ फणिपति जय केदार नमाम्यहम्।
कर त्रिशूल विशाल डमरू ज्ञान गान विशारद्,
मदमहेश्वर तुंग ईश्वर रुद्र कल्प गान महेश्वरम्।
पंच धन्य विशाल आलय जय केदार नमाम्यहम्,
नाथ पावन है विशालम् पुण्यप्रद हर दर्शनम्,
जय केदार उदार शंकर पाप तप नमः।