सरस्वती वंदना मंत्र | Saraswati Vandana

By Tami

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धर्म संवाद / डेस्क : माँ सरस्वती को विद्या, ज्ञान और काला की देवी माना जाता है। यही कारण है कि विद्यार्थियों द्वारा इनकी पूजा करना विशेष होता है। मान्यताओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थी । यही कारण है कि इस दिन माता की पूजा का विधान है। चलिए आपको बताते हैं माता सरस्वती का वंदना मन्त्र।

या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता।

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या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।

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या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।

सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।।

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शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमांद्यां जगद्व्यापनीं।

वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यांधकारपहाम्।।

हस्ते स्फाटिक मालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्।

वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्।।

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Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .