धर्म संवाद / डेस्क : अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी है. जो भी रामलला के दर्शन कर रहा है यही कह रहा है कि प्रभु की आँखों की दिव्यता बहुत मनमोहक है. रामलला की आँखें हर किसी का ध्यान अपनी ओर खिंच रही है . भगवान के विग्रह के नेत्रों से सकारात्मक ऊर्जा और तेज का संचार होता है. यही वजह है कि मूर्ति के नेत्र बनाने के लिए अलग से मुहूर्त निकाला जाता है. रामलला की मूर्ति के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने जिस छेनी और हथौड़ी से रामलला की आँखों को आकार दिया है, उसकी तस्वीरें सामने आई है.
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मूर्तिकार अरुण योगीराज ने एक तस्वीर X (ट्विटर) पर साझा की है। तस्वीर के जरिए उन्होंने बताया कि कैसे रामलला की आंखें बनाई हैं. तस्वीर में बैकग्राउंड में भगवान गणेश, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती की मूर्तियां नजर आ रही हैं, सामने दीपक जल रहा है और उनकी हथेली पर एक चांदी की हथौड़ी और उसके बगल में छोटी सी सोने की छेनी रखी हुई है. योगीराज ने लिखा कि इस चांदी के हथौड़ी को उस सोने की छेनी के साथ साझा करने के बारे में सोचा, जिसका उपयोग करके मैंने रामलला की दिव्य आंखें बनाई थीं. इस पोस्ट को लोग तेजी से लाइक और शेयर कर रहे हैं. साथ ही शिल्पकार अरुण योगीराज को इस फोटो को शेयर करने के लिए धन्यवाद दे रहे हैं.
आपको बता दें कि अरुण योगीराज ने एक ही पत्थर से रामलला की मूर्ति बनाई है. मूर्ति का वजन करीब 200 किलोग्राम है और रामलला की मूर्ति की ऊंचाई 4.24 फीट और चौड़ाई तीन फीट है. साथ ही मूर्ति में भगवान विष्णु के दसों अवतार को दिखाया गया है.