धर्म संवाद / डेस्क : दीपावली से एक दिन पहले आने वाली छोटी दिवाली का विशेष धार्मिक महत्व होता है। इस दिन भगवान हनुमान जी की पूजा करने का विधान है। हिंदू धर्म में हनुमान जी को चिरंजीवी यानी अमर देवता माना गया है, जो हर युग में अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। मान्यता है कि छोटी दिवाली पर श्रद्धा और भक्ति से संकटमोचन की पूजा करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि, विद्या और जीवन के सभी संकटों से मुक्ति का आशीर्वाद मिलता है।
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छोटी दिवाली 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि
19 अक्टूबर 2025 को दोपहर 01:51 बजे से शुरू होकर
20 अक्टूबर दोपहर 03:44 बजे तक रहेगी।
ज्योतिष के अनुसार, हनुमान जी की विशेष पूजा का शुभ मुहूर्त
19 अक्टूबर की रात 11:41 बजे से लेकर 20 अक्टूबर को 12:31 बजे तक रहेगा।
इस समय में की गई पूजा अत्यंत फलदायी मानी गई है।
हनुमान जी की पूजा विधि
- सुबह स्नान के बाद स्वच्छ लाल या केसरिया वस्त्र पहनें।
- हनुमान जी के सामने दीप जलाएं और बजरंग बली का ध्यान करें।
- नारंगी सिंदूर में देसी घी मिलाकर चोला तैयार करें और हनुमान जी को अर्पित करें।
(ध्यान दें, यह चोला केवल पुरुष भक्त ही चढ़ा सकते हैं। महिलाएं इसकी तैयारी में सहयोग कर सकती हैं।) - इसके बाद चांदी की वरक का चोला भी चढ़ाएं, जिससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।
- उन्हें मीठा पान और तुलसी की माला अर्पित करें।
- अंत में सुंदरकांड पाठ, बजरंग बाण या हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित करें।
भोग में क्या चढ़ाएं
हनुमान जी को मीठा पान, गुड़, बेसन के लड्डू, चने, और तुलसी के पत्ते अत्यंत प्रिय हैं।
इनका भोग लगाने से हनुमान जी का आशीर्वाद शीघ्र प्राप्त होता है।
हनुमान जी का मंत्र
- “ॐ हनुमते नमः”
- “संकट से हनुमान छुड़ावै, मन क्रम वचन ध्यान जो लावै”
इन मंत्रों के जाप से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मकता बढ़ती है।
छोटी दिवाली पर हनुमान पूजा का महत्व

धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा और नियम से हनुमान जी की पूजा करते हैं, उनके जीवन से भय, रोग और संकट समाप्त हो जाते हैं। साथ ही, उनके घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।






