धर्म संवाद / डेस्क : चाणक्य नीति आचार्य चाणक्य द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध नीतियों का संग्रह है, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित हैं। चाणक्य का असली नाम कौटिल्य था, प्राचीन भारतीय विद्वान, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ थे। उनकी नीतियां आज भी जीवन में सफलता, नीति, राजनीति और व्यवहारिक बुद्धिमत्ता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। चाणक्य ने अपनी नीति में धर्म, अर्थ, नीति, और काम को एकसाथ जोड़ते हुए जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण उपदेश दिए। आचार्य कहते हैं कि कुछ ऐसी गलतियाँ मनुष्यों से होती हैं जो कि आपको कंगाल बना सकती हैं। आप कितनी भी महनत कर ले इन गलतियों की वजह से दरिद्रता कभी आपका पीछा नहीं छोड़ती।
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झूठे बर्तन – आचार्य चाणक्य का कहना है कि अगर झूठे बर्तन रसोई में देर तक ऐसे ही पड़े रहते हैं तो ये घर के लिए अच्छा नहीं होता. इससे घर और जीवन दोनों में दरिद्रता आती है.
समय बर्बाद – समय का सदुपयोग करना बेहद जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति समय की बर्बादी करता है तो इसका अर्थ यह है कि वो स्वयं अपनी गरीबी / कंगाली को न्योता देता है। जो लोग समय बर्बाद करते हैं उन्हें जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
साफ-सफाई का ध्यान न रखने वाले – जो लोग अपने घर की साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते उनके जीवन में लक्ष्मी नहीं टिकती । मां लक्ष्मी का वास वहीं होता है जहां साफ- सफाई का ध्यान रखा जाता है। जो लोग साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं वो लोग जीवन में सफलता प्राप्त नहीं करते हैं। ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है।
कड़वे वचन – आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को हमेशा मीठी वाणी का प्रयोग करना चाहिए। मीठी वाणी बोलने वाले लोगों से हर कोई प्रेम करता है। कड़वे वचन बोलने वालों के पास भी धन नहीं टिकता है।
दूसरों का अपमान – आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग हमेशा दूसरों का अपमान करते रहते हैं ऐसे लोगों के पास धन नहीं आता है। इन लोगों के पास धन आता भी है तो वो पानी की तरह बह जाता है।