भगवान शिव की आरती :ॐ जय शिव ओंकारा | Bhagwan Shiv Aarti : Om Jai Shiv Omkara

By Tami

Published on:

ॐ जय शिव ओंकारा Lyrics

धर्म संवाद / डेस्क : सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.इस दिन भोलेनाथ पर जल चढ़ाने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, इसके अलावा इस दिन पूजा के दौरान भगवान शिव शंकर की आरती करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

यह भी पढ़े : ॐ जय जगदीश हरे आरती लिरिक्स | Om Jay Jagdish Hare Aarti Lyrics

[short-code1]

जय शिव ओंकारा, स्वामी ॐ जय शिव ओंकारा ।

WhatsApp channel Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Join Now

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥

कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

यह भी पढ़े : जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी  लिरिक्स  | Jai Ambe Gauri Maiya Jai Shyama Gauri Lyrics

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे ।

कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥

See also  पंच परमेष्ठी आरती | Panch Parmeshthi Aarti

Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .