यजमान एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है "पूजा या यज्ञ का आयोजक" या "पूजा का स्वामी"।

हिंदू धर्म में, यजमान वह व्यक्ति होता है जो किसी पूजा, यज्ञ, या अनुष्ठान का आयोजन करता है और उसके लिए आवश्यक व्यवस्था करता है।

यजमान का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है, क्योंकि वह पूजा के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और भगवान की आराधना में सहायक होता है।

पूजा का आयोजन करना तथा पूजा के लिए आवश्यक सामग्री की व्यवस्था करना।

पूजा के लिए पुरोहित या पुजारी को नियुक्त करना भी यजमान का ही दायित्व है ।

इसके अलावा यजमान का कर्तव्य पूजा के दौरान आवश्यक अनुष्ठानों का पालन करना और पूजा के बाद प्रसाद वितरण करना।