होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है.

होलिका दहन की पूजा, उसकी अग्नि और राख कई तरह की मुसीबतों को दूर करने में सहायक होता है.

हालांकि यह भी कहा जाता है कि होलिका दहन के समय कुछ लोगों को इसकी अग्नि नहीं देखनी चाहिए.

मान्यताओं के अनुसार जिन लड़कियों की नई-नई शादी हुई है उन्हें जलती हुई होलिका नहीं देखनी चाहिए. इससे सुख-सौभाग्य में कमी आने की आशंका बनी रहती है.

माना जाता है कि बहू को सास के साथ होलिका दहन की पूजा नहीं करनी चाहिए. इससे सास और बहू के रिश्ते में हमेशा झगड़ होते रहते हैं.

गर्भवती महिलाओं के लिए भी होलिका दहन की पूजा करना या फिर उसे जलते हुए देखना अच्छा नहीं माना जाता है. इससे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

मान्यता है कि जिस जगह पर होलिका दहन किया जाता है, वहां नकारात्मक शक्तियों का खतरा बना रहता है. ऐसे में नवजात बच्चे को होलिका दहन वाली जगह पर न ले जाएं.