माँ दुर्गा के 108 नाम | 108 Names of Maa Durga

By Tami

Updated on:

माँ दुर्गा के 108 नाम

धर्म संवाद / डेस्क : महिषासुरमर्दिनी देवी दुर्गा को माता पारवती का ही एक रूप माना जाता है. नवरात्री के दौरान इनकी पूजा – पाठ करने से देवी दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है. अगर आप नवरात्री के समय विधि-विधान से मातारानी की सेवा नहीं कर पा रहे हों, तो आप माँ दुर्गा के 108 नाम का जाप कर सकते हैं. इससे मां प्रसन्न होती हैं और व्यक्ति को सुख, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद भी देती हैं.

यह भी पढ़े : भगवान शिव के 108 नाम | 108 Names of Lord Shiva Download PDF

1. सती : अग्नि में जल कर भी जीवित होने वाली

WhatsApp channel Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Join Now

2. साध्वी : आशावादी

3. भवप्रीता : भगवान् शिव पर प्रीति रखने वाली

4. भवानी : ब्रह्मांड की निवास

5. भवमोचनी : संसार बंधनों से मुक्त करने वाली

6. आर्या : देवी

8. जया : विजयी

9. आद्या : शुरूआत की वास्तविकता

10. त्रिनेत्र : तीन आँखों वाली

11. शूलधारिणी : शूल धारण करने वाली

12. पिनाकधारिणी करने वाली

13. चित्रा : सुरम्य, सुन्दर

14. चंद्रघण्टा : प्रचण्ड स्वर से घण्टा नाद करने वाली, घंटे की आवाज निकालने वाली

15. महातपा : भारी तपस्या करने वाली

16. मन : मनन- शक्ति

17. बुद्धि : सर्वज्ञाता

18. अहंकारा : अभिमान करने वाली

19. चित्तरूपा : वह जो सोच की अवस्था में है

20. चिता : मृत्युशय्या

21. चिति : चेतना

22. सर्वमन्त्रमयी : सभी मंत्रों का ज्ञान रखने वाली

23. सत्ता : सत्-स्वरूपा, जो सब से ऊपर है

यह भी पढ़े : श्रीकृष्ण के 108 नाम | 108 Names of Shree Krishna

24. सत्यानन्दस्वरूपिणी : अनन्त आनंद का रूप

25. अनन्ता : जिनके स्वरूप का कहीं अन्त नहीं

26. भाविनी : सबको उत्पन्न करने वाली, खूबसूरत औरत

27. भाव्या : भावना एवं ध्यान करने योग्य

28. भव्या : कल्याणरूपा, भव्यता के साथ

29. अभव्या : जिससे बढ़कर भव्य कुछ नहीं

30. सदागति : हमेशा गति में, मोक्ष दान

31. शाम्भवी : शिवप्रिया, शंभू की पत्नी

32. देवमाता : देवगण की माता

33. चिन्ता : चिन्ता

34. रत्नप्रिया : गहने से प्यार

35. सर्वविद्या : ज्ञान का निवास

36. दक्षकन्या : दक्ष की बेटी

37. दक्षयज्ञविनाशिनी : दक्ष के यज्ञ को रोकने वाली

38. अपर्णा : तपस्या के समय पत्ते को भी न खाने वाली

39. अनेकवर्णा : अनेक रंगों वाली

40. पाटला : लाल रंग वाली

41. पाटलावती : गुलाब के फूल या लाल परिधान या फूल धारण करने वाली

42. पट्टाम्बरपरीधाना : रेशमी वस्त्र पहनने वाली

43. कलामंजीरारंजिनी : पायल को धारण करके प्रसन्न रहने वाली

44. अमेय : जिसकी कोई सीमा नहीं

45. विक्रमा : असीम पराक्रमी

46. क्रूरा : दैत्यों के प्रति कठोर

47. सुन्दरी : सुंदर रूप वाली

48. सुरसुन्दरी : अत्यंत सुंदर

49. वनदुर्गा : जंगलों की देवी, बनशंकरी अथवा शाकम्भरी

50. मातंगी : मतंगा की देवी

51. मातंगमुनिपूजिता : बाबा मतंगा द्वारा पूजनीय

52. ब्राह्मी : भगवान ब्रह्मा की शक्ति

53. माहेश्वरी : प्रभु शिव की शक्ति

54. इंद्री : इन्द्र की शक्ति

55. कौमारी : किशोरी

56. वैष्णवी : अजेय

57. चामुण्डा : चंड और मुंड का नाश करने वाली

58. वाराही : वराह पर सवार होने वाली

59. लक्ष्मी : सौभाग्य की देवी

See also  किसने पहली बार रखा था चैत्र नवरात्रि का उपवास

60. पुरुषाकृति : वह जो पुरुष धारण कर ले

61. विमिलौत्त्कार्शिनी : आनन्द प्रदान करने वाली

62. ज्ञाना : ज्ञान से भरी हुई

63. क्रिया : हर कार्य में होने वाली

64. नित्या : अनन्त

65. बुद्धिदा : ज्ञान देने वाली

66. बहुला : विभिन्न रूपों वाली

67. बहुलप्रेमा : सर्व प्रिय

68. सर्ववाहनवाहना : सभी वाहन पर विराजमान होने वाली

69. निशुम्भशुम्भहननी : शुम्भ, निशुम्भ का वध करने वाली

70. महिषासुरमर्दिनि : महिषासुर का वध करने वाली

71. मधुकैटभहंत्री : मधु व कैटभ का नाश करने वाली

72. चण्डमुण्ड विनाशिनि : चंड और मुंड का नाश करने वाली

73. सर्वासुरविनाशा : सभी राक्षसों का नाश करने वाली

74. सर्वदानवघातिनी : संहार के लिए शक्ति रखने वाली

75. सर्वशास्त्रमयी : सभी सिद्धांतों में निपुण

76. सत्या : सच्चाई

77. सर्वास्त्रधारिणी : सभी हथियारों को धारण करने वाली

78. अनेकशस्त्रहस्ता : हाथों में कई हथियार धारण करने वाली

79. अनेकास्त्रधारिणी : अनेक हथियारों को धारण करने वाली

80. कुमारी : सुंदर किशोरी

81. एककन्या : कन्या

82.शोरी : जवान लड़की

83. युवती : नारी

84. यति : तपस्वी

85. अप्रौढा : जो कभी पुराना ना हो

86. प्रौढा : जो पुराना है

87. वृद्धमाता : शिथिल

88. बलप्रदा : शक्ति देने वाली

89. महोदरी : ब्रह्मांड को संभालने वाली

90. मुक्तकेशी : खुले बाल वाली

91. घोररूपा : एक भयंकर दृष्टिकोण वाली

92. महाबला : अपार शक्ति वाली

93. अग्निज्वाला : मार्मिक आग की तरह

94. रौद्रमुखी : विध्वंसक रुद्र की तरह भयंकर चेहरा

95. कालरात्रि : काले रंग वाली

96. तपस्विनी : तपस्या में लगे हुए

97. नारायणी : भगवान नारायण की विनाशकारी रूप

98. भद्रकाली : काली का भयंकर रूप

99. विष्णुमाया : भगवान विष्णु की माया

100. जलोदरी : ब्रह्मांड में निवास करने वाली

101. शिवदूती : भगवान शिव की राजदूत

102. करली : हिंसक

103. अनन्ता : विनाश रहित

यह भी पढ़े : जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी  लिरिक्स  | Jai Ambe Gauri Maiya Jai Shyama Gauri Lyrics

104. परमेश्वरी : प्रथम देवी

105. कात्यायनी : ऋषि कात्यायन द्वारा पूजनीय

106. सावित्री : सूर्य की बेटी

107. प्रत्यक्षा : वास्तविक

108. ब्रह्मवादिनी : वर्तमान में हर जगह वास करने वाली


People also ask faqs

मां दुर्गा का नाम जप कैसे करें?

सभी दिनों या नवरात्रि के दौरान स्नान आदि कार्यों के बाद, कुश या कंबल के आसन पर पूर्व या उत्तर की ओर मुँह करके बैठें। इसके बाद, घी का दीपक जलाएं और मां दुर्गा के प्रिय नामों की 5, 11 या 21 माला का जाप नौ दिनों तक निरंतर करें।

दुर्गा के 32 नाम जपने से क्या लाभ है?

मां दुर्गा के 32 नामों का जाप करने से भक्तों के जीवन में भय और दुःखों का नाश होता है। इन नामों का जाप करने से तुरंत लाभ मिलता है, और इसके लिए किसी विशेष विधान की आवश्यकता नहीं होती।

माता रानी का मूल मंत्र क्या है?

ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।

Tami

Tamishree Mukherjee I am researching on Sanatan Dharm and various hindu religious texts since last year .